Income Tax Refund. अगर आप इनकम टैक्स के दायरे में आते हैं। तो आपने जरूर टैक्स फाइल करना चाहिए। इस साल आईटीआर फाइल करने की लास्ट की डेट बढ़ा दी गई है। जो की सितंबर 2025 रखी गई है। जिससे अभी से ही आप को यह जरुरी काम कर लेना चाहिए। टैक्स रिटर्न करने के बाद सभी इन्वेस्टर को अपने रिफंड का इंतजार रहता है। औऱ कई अगर आपका भी रिफंड अटक जाता है। जिसे पाने के लिए यहां पर कुछ जरुरी प्रक्रिया बता रहे है, जिससे आप अपने रिफंड का क्लेम कर सकते हैं।
दरअसल आप को बता दें कि टैक्स रिफंड आपके विभिन्न कारणों से अटक सकता है। जिसमें रिक्वेस्ट सबमिट ना किया हो हम आपको बताते हैं। कैसे आप रिफंड को पा सकते हैं। इस प्रक्रिया में क्या प्रक्रिया अपना सकते हैं।
रिफंड अटकने की ये हैं दो वजह
आयकर विभाग के एक सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार यहां पर रिफंड अटकने के दो कारण हो सकते हैं, जिससे पहला पहला अगर बैंक अकाउंट वैलिड ना हो और दूसरा अगर वेलिडेशन के बाद Refund Reissue Request सबमिट नहीं किया गया हो।
तो वही इस कॉडिशन में सबसे पहले आप अपना अकाउंट वैलिडेट करें आईटीआर फाइल करते समय सही खाता सही बैंक खाता जोड़ना बहुत जरूरी है। यदि आपका बैंक अकाउंट वैलिडेट नहीं बताता है। तो इस प्रक्रिया से ठीक कर सकते हैं।
ऐसे करें बैंक अकाउंट वैलिड और रिफंड रीइश्यू रिक्वेस्ट
- सबसे पहले आपको आयकर विभाग वेबसाइट पर जाएं।
- अब मेरी प्रोफ़ाइल में जाएं, जिसमें मेरा बैंक खाता खोलें।
- जिसके बाद में बैंक खाते वाले पोर्टफोलियो पर क्लिक करें, मांगी गई जानकारी को फिल करें
- अब अकाउंट का प्रकार आईएफएससी डिटेल दर्ज करें
- लास्ट में वेरिफाई करके क्लिक करें
- अब जैसे बैंक वेलिडेट हो जाए, इसके बाद रिफंड रीइश्यू रिक्वेस्ट पर जाएं।
आप को बता दें कि रिफंड रीइश्यू रिक्वेस्ट के लिए आप को इनकम टैक्स की वेबसाइट पर जाना होगा। यहां लॉगइन करके सर्विस में जाकर Refund Reissue Request करना है। और बैंक अकाउंट सेलेक्ट करें, जिसमें रिफंड इश्यू करना है। जिससे यह प्रोसेस हो जाएगा।
कितने दिन बाद आएगा रिफंड?
अगर आपने इनकम टैक्स रिटर्न जमा कर दिया है और अभी तक रिफंड (ITR Refund Pending) के लिए परेशान ना हो, आयकर विभाग को इसे प्रोसेस करने में समय लग सकता है। जिससे आमतौर पर इनकम टैक्स रिटर्न को प्रोसेस करने और रिफंड जारी करने के लिए समयसीमा निर्धारित है, जिससे ITR के ई-वेरिफिकेशन की तारीख से 20 से 45 दिनों के भीतर रखता है। हालांकि, लेकिन ITR प्रोसेसिंग का समय फॉर्म टाइप,कटौती/छूट की के कारण समय ज्यादा लग सकता है।