Income Tax. देश में टैक्सपेयर संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और सरकार को अच्छी खासी इनकम जनरेट हो रही है। हालांकि आयकर विभाग को उम्मीद से कम आयकर कलेक्शन हो रहा है। क्योंकि लोग चोरी छुपे आय में कमी दिखाते हैं। लेकिन लोग भूल जाते हैं कि सरकार आप पर पैनी नजर रखती है। क्योंकि इनकम टैक्स विभाग लोगों के हर लेनदेन पर पहली नजर रखता है। ऐसे में डाटा के आधार पर कभी भी इनकम टैक्स का नोटिस पास जाता आ सकता है।
आप आपको टैक्स नोटिस ना मिले इसके लिए आपको समय पर इनकम टैक्स रिटर्न करना चाहिए। लेकिन हम आपको बता रहे हैं। हम आपको बता रहे हैं आयकर विभाग किन तरीकों से लोगों के लेनदेन पर नजर रखता है। जिससे लोग जान नहीं पाते हैम और आयकर विभाग आप के रडार पर आ जाते है।
इनकम टैक्स ऐसे रखता है नजर
दरअसल आपको बता दें कि इनकम टैक्स विभाग व्यक्तियों के लेनदेन की जानकारी बैंक से रखता है। यानी कि बैंकों के जरिए आयकर विभाग अपकी कमाई और आपके खर्चों पर पहली नजर रखता है। नियम के अनुसार सभी बैंक जरूरी और खास लेनदेन की डिटेल्स आयकर विभाग को पहुंचते हैं। जिससे नोटिस भेज सकता है।
- यदि किसी की सेविंग अकाउंट में 10 लाख रुपए सेअधिक कैश जमा हुआ है। तो इसकी जानकारी बैंक आयकर विभाग को दे देते हैं।
- कंरट अकाउंट में 50 लाख से अधिक नकद जमा या निकासी करने पर आयकर विभाग पर यह जानकारी पहुंच जाती है।
- अगर आपने 10 लाख से अधिक फिक्स्ड डिपॉजिट या रिकरिंग डिपॉजिट किया है। यानी कि कैश देकर तो इसकी जानकारी इनकम टैक्स को पहुंच जाती है।
- अगर आपने दो लाख से अधिक समान खरीदारी की है फिर भी इनकम टैक्स की जानकारी आयकर विभाग को देनी होती है।
- आयकर विभाग को यह जानकारी प्राप्त होती है। अगर आप ने तय सीमा में अपनी इनकम के हिसाब से अपने खर्च किया है तो इसके लिए कुछ नहीं होगा।
- अगर इसमें कुछ हेरफेर पाई जाती है तो इनकम टैक्स संबंधित व्यक्ति या संस्था को इसकी नोटिस भेजता है और जवाब मांग सकता है।